हार्ट अटैक के क्या है लक्षण, कारण और उपचार के तरीके ?

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हार्ट अटैक की बात करें तो क्या हो बच्चे और क्या हो बुजुर्ग ये समस्या सबको होती जा रही है। दिल की बीमारी या जिसे हार्ट अटैक कहा जाता है ये समस्या काफी खतरनाक है, क्युकि दिल जब ठीक तरीके से काम नहीं करेगा तो व्यक्ति के शरीर के बहुत से अंग ठीक तरीके से काम करना बंद कर देंगे। 

इसके अलावा ये समस्या क्यों उत्पन होती है, इसके लक्षण क्या है और ये किस वजह से होते है और इनके उपाय क्या है इसके बारे में भी बात करेंगे इसलिए आर्टिकल के साथ अंत तक जरूर से बने रहें ;

हार्ट अटैक की समस्या क्यों उत्पन होती है ?

  • हाई ब्लड प्रेशर जिसे हाइपरटेंशन कहा जाता है। ये ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचाते है। इससे धमनियों का लचीलापन कम होने लगता है, जिससे ऐसी स्थिति होने पर अचानक हार्ट अटैक का खतरा पैदा हो सकता है। 
  • हाई कोलेस्ट्रॉल की बात करें तो सभी के शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ बैड कोलेस्ट्रॉल भी होते है। खराब कोलेस्ट्रॉल एक वसायुक्त पदार्थ होता है, जो धमनियों में स्टोर होने लगता है। जो बाद में चल के दिल का दौरा पड़ने की आशंका को बढ़ा देता है।
  • ज्यादा स्मोकिंग करने के कारण भी दिल संबंधी बीमारियां उत्पन हो जाती है। क्युकि स्मोकिंग से हमारी धमनियों के अंदर खून के थक्के बन सकते हैं। 
  • अत्यधिक मोटापे की वजह से धमनियां ब्लॉक हो सकती हैं और हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। तो वही आपमें भी अत्यधिक मोटापा है तो दिल की बीमारी से खुद का बचाव करने के लिए लुधियाना में हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चुनाव जरूर से करें।

हार्ट अटैक के लक्षण क्या है ?

  • हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में तेज दर्द का होना जिसे एनजाइना दर्द कहते है।
  • तो वही सीने में दर्द, बेचैनी या सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ, गर्दन, पीठ, बांह या कंधे में दर्द, जी मिचलाना, सिर घूमना आदि शामिल है इसके लक्षणों में।

हार्ट अटैक आने पर क्या करें ?

  • अनुभवी डॉक्टरों का कहना है कि जब भी किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आए तो उसे जमीन पर सीधा लिटा दें और फिर उसके पास घुटनों के बल बैठ जाएं। इसके बाद दोनों हाथों की हथेली को एक साथ जोड़कर पीड़ित की छाती को जोर-जोर से दबाना शुरू करें। करीब 100-120/ प्रति मिनट की दर से छाती को दबाने पर खून में फिर से ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई चालू हो जाती है। 
  • यदि आपके पास डिस्प्रिन, इकोस्प्रिन या एस्प्रिन है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए। क्युकि ये दवाइयां इकठे हुए रक्त को रोकती है।
  • अगर किसी के घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो सॉर्बिट्रेट की 5mg की टेबलेट जीभ के निचे रखनी है, इससे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।

अगर हार्ट अटैक के उपरोक्त लक्षण आपमें भी नज़र आ रहे है तो इससे बचाव के लिए आपको दीपक हार्ट इंस्टिट्यूट का चयन जल्द कर लेना चाहिए क्युकि यहाँ के अनुभवी डॉक्टरों के द्वारा मरीज़ का इलाज काफी अच्छे से किया जाता है।

निष्कर्ष :

दिल का दौरा पड़ना या हार्ट अटैक की समस्या काफी खतरनाक है क्युकि इससे व्यक्ति की जान भी जा सकती है इसलिए उपरोक्त में से आपको कोई भी परेशानी आपमें दिखाई दे तो समय रहते डॉक्टर का चयन जरूर से करें।

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