आम तौर पर हमारे शरीर के सभी अंग बहुत ही ज्यादा कीमती होते हैं, पर बाकी सभी अंगों के मुकाबले दिल हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। हमारे दिल का ठीक होना और धड़कन का संयमित होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। जब आपकी सेहत आम होती है तो आपका मानसिक संतुलन स्थिर होता है। इन स्थितियों में आपने महसूस किया होगा कि आपके दिल की धड़कन सामान्य रहती है। पर जैसे ही आप तनाव लेते हैं और तनाव आम से अधिक हो जाता है तो आप किसी आपातकालीन स्थिति में आ जाते हैं और अचानक से आपको दिल की समस्या की चुनौती का सामना करना पड़ता है। इस तरह की स्थिति में दिल की धड़कन बढ़ने लगती है। हालाँकि परिस्थितियों के के अनुसार दिल की धड़कन का बढ़ना और घटना सामान्य होता है।
दिल की धड़कन असामान्य होने पर डॉक्टर के पास कब जाएं?
सीने में दर्द और जकड़न महसूस होने पर
वैसे तो दिल की धड़कन का बढ़ना और घटना एक आम बात होती है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही दिल से जुडी कोई बीमारी है तो उनको असामन्य दिल की धड़कन होने के साथ-साथ छाती मैं दर्द और जकड़न का अहसास हो सकता है। अगर इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है तो आप इसको हल्के में ना लें। ऐसे में बहुत ज्यादा जरूरी होता है की आप अपने डॉक्टर से तुरंत मुलाकात करें। किसिस व्यक्ति की दिल की धड़कन अनियमित होना और सीने में दर्द होना यह किसी और गंभीर बीमारी की तरफ इशारा हो सकता है।
सांस लेने में तकलीफ होने पर
दिल की समस्या होने पर जैसे की कई लोगों को दिल की धड़कन बढ़ने पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। इस वक्त आप लंबी और गहरी सांस ले सकते हैं। इस तरिके से मानसिक संतुलन और दिल की समस्या का प्रबंधन किया जा सकता है। लेकिन अगर आप यह न कर पाए, यानि की दिल की धड़कन बढ़ने के साथ साथ आप गहरी संश न ले पाए और आपको सांस लेने में बहुत ज्यादा तक्लीव हो तो आप बिना किसी देरी के दिल के विशेषज्ञ से सम्पर्क करें और आपकी समस्या को बताएं
चक्कर आने पर
चक्क्र आना एक बहुत ही अलग स्थिति है, ऐसा नहीं है की दिल की धड़कनों के बढ़ने पर आपको चक्कर आ जाए या आप बेहोश हो जाएं। दरअसल अगर आपको दिल की धड़कनों की अनियमित होने के साथ साथ ज्यादा चक्कर आ रहें हैं और बेहोशी सी छा रही है, तो यह किसी और बीमारी की तरफ इशारा हो सकता है जैसे की एरिदमिया समस्या का होना जो की बिलकुल भी सही नहीं है। और दिल से जुडी अन्य बिमारिओं की वजह से दिल की धड़कन का अनियमित होना, चक्कर आने की समस्या आदि हो सकती है। क्योकि जब दिल की समस्या होती है तो इसके कारण ब्लड प्रेशर का स्तर भी गिर सकता है।
बहुत ज्यादा पसीना आना
दिल की धड़कन का बढ़ना और पसीना आना। अगर किसी व्यक्ति को दिल की धड़कनों के बढ़ने के साथ साथ बहुत ज्यादा पसीना आए तो उसको जल्दी से जल्दी डॉक्टर से मुलाकात करनी चाहिए। इसके इलावा अगर आपको छाती में दर्द और जकड़न का अहसास हो तो आपको बिलकुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है की कई बार दिल की धड़कन बढ़ने के साथ साथ व्यक्ति को पसीना भी आने लगता है। इस लिए दिल की धड़कनो को कंट्रोल करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। ऐसा न करने पर व्यक्ति बड़ी दिक्क्त में पड़ सकता है।
दिल की धड़कन बढ़ने के लक्षण
- दिल का तेजी से धड़कना।
- एक धड़कन गायब होना
- एक अतिरिक्त धड़कन।
- फ्लिप-फ्लॉप का होना।
- दिल का फड़फड़ाना।
आप दिल की तेज़ धड़कन को अपनी छाती के साथ-साथ गर्दन और गले में भी महसूस कर सकते हैं।
दिल की धड़कन होने के क्या कारण है?
- चिंता, तनाव, भय और घबराहट जैसी भावनाओं का होना।
- बहुत ज्यादा व्यायाम करना या बिलकुल न करना।
- गर्भावस्था होना।
- कैफीन का प्रयोग करना।
- बहुत ज्यादा सक्रिय थायरॉयड का होना।
- रक्त में कार्बन डाइऑक्साइड का कम होना।
- बुखार होना।
- एनीमिया होना।
- निर्जलीकरण रहना।
- खून की कमी होना।
- कुछ खांसी और सर्दी की दवाइयां को लेना जिसमें डिकोन्जेस्टेंट्स होता है।
- नशीली दवाएं, जैसे कोकीन और एम्फ़ैटेमिन को लेना।
- शराब का सेवन करना।
निष्कर्ष: इस बात को सभी जानते हैं की दिल एक व्यक्ति के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। दिल की अच्छी देखभाल करके और अच्छा आहार खाके दिल को किसी भी बीमारी से दूर रखा जा सकता है। हमारे दिल का ठीक से धड़कना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। बहुत ज्यादा तनाव लेना और नशीली वस्तुओं को लेना, गर्भावस्था और निर्जलीकरण रहने से दिल की समस्या का कारण हो सकता है। जब आपके दिल की धड़कन असामान्य हों जैसे सीने में दर्द और जकड़न महसूस होना, बहुत ज्यादा पसीना आना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ होना, जैसी स्थिति उत्पन्न हो तो डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए। अगर आपको भी दिल से जुड़ी कोई भी समस्या है और आप इसके बारे में जानकारी और इसका इलाज करवाना चाहते हैं तो आप आज ही दीपक हार्ट इंस्टीट्यूट जाके अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी ले सकते हैं और अपना इलाज करवा सकते हैं।